साइबर अपराधी गौरव कुमार को पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार, फर्जी माइनिंग वेबसाइट का भंडाफोड़
- इंटरनेशनल
- 03 Mar,2025

चंडीगढ़: 3 मार्च ,जुगराज सिंह सधूँ
पंजाब पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए एक साइबर अपराधी गौरव कुमार को गिरफ्तार किया है, जिसने पंजाब सरकार के माइनिंग विभाग की वेबसाइट की क्लोनिंग कर फर्जी माइनिंग परमिट जारी किए थे। इस धोखाधड़ी से राज्य को 40-50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम डिवीजन ने एक गुप्त जानकारी के आधार पर गौरव कुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, गौरव ने माइनिंग व्यवसायियों के साथ मिलकर सरकारी माइनिंग पोर्टल की नकली वेबसाइट बनाई थी और उस पर जाली परमिट जारी कर गैर-कानूनी माइनिंग की अनुमति दी थी। इसके लिए उसने QR/बारकोड का उपयोग किया और 2000 से अधिक जाली रसीदें तैयार कीं, जिससे माइनिंग गतिविधियों को सरकार की नजरों से छिपाया जा सका।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
पुलिस ने इस धोखाधड़ी के पीछे एक बड़े गुट का खुलासा किया है। इस गुट ने सरकारी वेबसाइट के सुरक्षा चेक्स को बाईपास कर और फर्जी दस्तावेजों के जरिए गैर-कानूनी माइनिंग गतिविधियों को बढ़ावा दिया। पुलिस ने जाली रसीदें, वेबसाइट के बैकअप, माइनिंग सामग्री के स्रोत, और अन्य महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य बरामद किए हैं।
मामले की जांच जारी
पुलिस ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है, और पूरी योजना का पर्दाफाश करने के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है। पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम डिवीजन का कहना है कि वे इस तरह की धोखाधड़ी और साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पुलिस विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत जानकारी दें।
पुलिस का संदेश
पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हम डिजिटल प्लेटफार्मों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हमारी साइबर क्राइम टीम नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों से बचाने के लिए दिन-रात काम कर रही है।"
यह गिरफ्तारी एक अहम कदम है, जो राज्य में साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त नियंत्रण की ओर बढ़ रहा है।
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