राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शुरू की मॉनसून वृक्षारोपण मुहिम
- इंटरनेशनल
- 18 Aug,2025

इस्लामाबाद 18 अगस्त अली इमरान चठ्ठा
राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी और प्रधानमंत्री मोहम्मद शहबाज़ शरीफ़ ने पाकिस्तान में राष्ट्रीय मॉनसून वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की है। दोनों नेताओं ने नागरिकों से अपील की कि वे इसे केवल प्रतीकात्मक कार्यक्रम न समझें, बल्कि “राष्ट्रीय कर्तव्य” मानकर इसमें भाग लें ताकि जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों से देश को सुरक्षित किया जा सके।
वृक्ष: पर्यावरण की जीवनरेखा
राष्ट्रपति ज़रदारी ने वृक्षों को पर्यावरण की “जीवनरेखा” बताते हुए कहा कि ये वैश्विक तापमान वृद्धि के विरुद्ध सबसे मज़बूत ढाल हैं। उन्होंने कहा, “हर लगाया गया पेड़ केवल आपदा से सुरक्षा नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन का स्रोत है।”यह अभियान अगस्त से अक्टूबर तक चलेगा और इसमें देशभर में 41 मिलियन पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। राष्ट्रपति ने कहा कि इसकी सफलता सामूहिक जिम्मेदारी पर निर्भर है—युवा परिवर्तन के दूत बनें, मीडिया प्रेरणा दे, किसान फ़सल और पर्यावरण दोनों की रक्षा करें और सामाजिक व धार्मिक नेता लोगों को सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए उत्साहित करें।हाल में ख़ैबर पख्तूनख़्वा और अन्य इलाक़ों में आई बाढ़ और क्लाउडबर्स्ट का उल्लेख करते हुए ज़रदारी ने कहा कि इन आपदाओं ने यह साबित किया है कि पुनर्वनीकरण तेज़ करने, बंजर भूमि को बहाल करने और जलवायु-अनुकूल तरीक़े अपनाने की तत्काल आवश्यकता है।
राष्ट्रीय एकजुटता की अपील
प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि यह अभियान नागरिकों में पर्यावरण और आने वाली पीढ़ियों के प्रति ज़िम्मेदारी का भाव पैदा करने के लिए है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ़ पौधे लगाने का अभियान नहीं है, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा, जैव विविधता बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों से जनता को बचाने का प्रयास है।उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में केवल पाँच प्रतिशत क्षेत्र ही वनाच्छादित है, जिस कारण यह दुनिया के सबसे अधिक जलवायु-प्रभावित देशों में शामिल है। इस साल की असामान्य मूसलधार बारिश और बाढ़ ने फिर से रोकथाम के उपायों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है।
ग्रीन पाकिस्तान प्रोग्राम
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार ग्रीन पाकिस्तान प्रोग्राम के तहत वनों का विस्तार करेगी, मिट्टी की उर्वरता में सुधार लाएगी और प्रकृति-आधारित समाधान अपनाएगी।दोनों नेताओं ने संघीय व प्रांतीय सरकारों, सामाजिक और धार्मिक नेताओं, महिलाओं, युवाओं और नागरिक समाज से मिलकर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक हरा-भरा, स्वच्छ और समृद्ध पाकिस्तान ही आने वाली पीढ़ियों के लिए सच्ची धरोहर होगी
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