श्री अकाल तख़्त साहिब के आदेश अनुसार तख़्त श्री पटना साहिब प्रबंधक कमेटी और ज्ञानी गौहर के बीच विवाद हुआ समाप्त
- धार्मिक
- 18 Aug,2025

सिख पंथ की एकता और संस्थाओं की मजबूती की ओर बड़ा कदम
श्री अमृतसर, 18 अगस्त जुगराज सिंह संधू
तख़्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी और पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर के बीच पिछले तीन सालों से चल रहा विवाद बीते दिन श्री अकाल तख़्त साहिब से इस मामले संबंधी 14 जुलाई 2025 को पाँच सिंह साहिबान द्वारा दिए गए आदेशों के अनुसार आपसी बैठक और पंथक एकजुटता की भावना से सुलझा लिया गया।
इस संबंध में श्री अकाल तख़्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने कहा कि तख़्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के पाँच प्यारों, प्रबंधक कमेटी और पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने श्री अकाल तख़्त साहिब की सर्वोच्चता को स्वीकार करते हुए यहाँ से दिए गए आदेशों की पालना की और आपसी समझदारी व एकता का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि सिख कौम के सामने मौजूद चुनौतियों को देखते हुए यह समय सिख शक्ति को संगठित करने और सिख संस्थाओं को पंथक एकता की भावना अनुसार मज़बूत करने का है। उन्होंने कहा कि खालसा पंथ के पाँचों तख़्त साहिबान पंथक मामलों में आपसी तालमेल और एकमत रखते हैं।
इस मामले पर तख़्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार जगजोत सिंह ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि वर्ष 2022 में उस समय के प्रधान सरदार अवतार सिंह हित द्वारा कुछ कारणों से जत्थेदार रणजीत सिंह गौहर की सेवाएँ रोक दी गई थीं, जिसके बाद उन्होंने प्रबंधक कमेटी के विरुद्ध अदालत में मुकदमा दर्ज कर दिया था।
उन्होंने कहा कि इस पर खालसा पंथ की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज समेत पाँच सिंह साहिबानों ने आदेश जारी करके जत्थेदार रणजीत सिंह गौहर को सभी अदालती मुकदमे वापस लेने और प्रबंधक कमेटी को उनका बकाया अदा करने के लिए कहा था।
सरदार जगजोत सिंह ने बताया कि श्री अकाल तख़्त साहिब के आदेश अनुसार महाराष्ट्र, मुंबई से शिरोमणि कमेटी सदस्य सरदार गुरिंदर सिंह बावा और सरदार जसबीर सिंह धाम के प्रयासों से दोनों पक्षों में सहमति बनी। इसके बाद बीते दिन पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर को प्रबंधक कमेटी द्वारा उनका बकाया अदा कर दिया गया और तख़्त साहिब के पाँच प्यारों द्वारा सिरोपाओ भेंट कर सम्मानपूर्वक विदाई दी गई।
उन्होंने कहा कि इस तरह तीन सालों से चला आ रहा यह विवाद पूरी तरह समाप्त हो गया है। सरदार जगजोत सिंह ने इस मामले को हल करवाने के लिए जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज का विशेष धन्यवाद किया।
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