ननकाना साहिब से करतारपुर तक तैयारियाँ पूरी, पाकिस्तान बोले – “सिख यात्रियों का स्वागत हमारे सम्मान की बात”
- इंटरनेशनल
- 07 Oct,2025
बाबा गुरु नानक देव जी के 556वें जन्म दिवस समारोह की तैयारियों की समीक्षा के लिए पाकिस्तान में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित
लाहौर, 7 अक्तूबर (नज़राना टाइम्स) अली इमरान चठ्ठा
पाकिस्तान के प्रांतीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (PSGPC) के अध्यक्ष सरदार रमेश सिंह अरोड़ा ने सोमवार को होम डिपार्टमेंट में बाबा गुरु नानक देव जी के आगामी 556वें जन्म दिवस समारोह की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
इस बैठक में इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ETPB) के चेयरमैन डॉ. साजिद महमूद चौहान, पंजाब के गृह सचिव डॉ. अहमद जावेद काज़ी और स्पेशल सेक्रेटरी फज़ल-उर-रहमान ने भी भाग लिया।
अतिरिक्त सचिव श्राइन नासिर मुश्ताक ने प्रतिभागियों को दुनियाभर से आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा, आवास, चिकित्सा और परिवहन व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी। समारोह 4 से 13 नवंबर तक आयोजित किए जाएंगे, जबकि मुख्य समारोह 5 नवंबर को गुरुद्वारा जनम अस्थान, ननकाना साहिब में होगा।
मौजूदा द्विपक्षीय समझौते के तहत भारत से 3,000 सिख श्रद्धालु पाकिस्तान आएंगे और समारोह में भाग लेंगे। तीर्थयात्री अपने प्रवास के दौरान ननकाना साहिब, फारूकाबाद, हसन अबदल, करतारपुर, एमिनाबाद और लाहौर के गुरुद्वारों का भी दौरा करेंगे।
ETPB के चेयरमैन डॉ. साजिद महमूद चौहान ने कहा कि पाकिस्तान अपने सिख मेहमानों को “पहले से कहीं अधिक सम्मान, प्रेम और मेहमाननवाज़ी” प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, “धर्म का सम्मान और मेहमाननवाज़ी हमारी परंपरा का हिस्सा हैं।”
अतिरिक्त सचिव श्राइन नासिर मुश्ताक ने सभी गुरुद्वारों में सुरक्षा और गैस व बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “सिख यात्रियों की सुरक्षा से संबंधित मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी।”
सरदार रमेश सिंह अरोड़ा ने ज़ोर देते हुए कहा कि “यह पाकिस्तान की प्रतिष्ठा का मामला है और तैयारियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने संघीय जांच एजेंसी (FIA) को तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त इमिग्रेशन काउंटर स्थापित करने के निर्देश दिए और कहा कि पंजाब सरकार और ETPB संयुक्त रूप से सभी तैयारियों की निगरानी करें।
अधिकारियों ने यह भी निर्णय लिया कि गुरुद्वारों के आसपास सिख धर्म में निषिद्ध खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा।
बैठक में मानवाधिकार और अल्पसंख्यक मामलों के सचिव, लाहौर के कमिश्नर, और संबंधित जिलों के आयुक्तों, डिप्टी कमिश्नरों, डीपीओ और आरपीओ समेत वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
Posted By:
TAJEEMNOOR KAUR