बेटीयां" सब के मुकद्दर में, कहाँ होती हैं ! जो घर ईश्वर को पसंद हो, बेटियां तो वहां होती हैं...!!
- धार्मिक
- 28 Feb,2025

एक गर्भवती स्त्री ने अपने पति से कहा - आप क्या आशा करते हैं लडका होगा या लडकी।
पति -अगर हमारा लड़का होता है, तो मैं उसे गणित पढाऊगा, हम खेलने जाएंगे, मैं उसे मछली पकडना सिखाऊगा।
पत्नी - अगर लड़की हुई तो ?
पति- अगर हमारी लड़की होगी तो, मुझे उसे कुछ सिखाने की जरूरत ही नही होगी। क्योंकि, उन सभी में से एक होगी जो सब कुछ मुझे दोबारा सिखाएगी, कैसे पहनना, कैसे खाना, क्या कहना या नही कहना।
एक तरह से वो, मेरी दूसरी मां होगी। वो मुझे अपना हीरो समझेगी, चाहे मैं उसके लिए कुछ खास करू या ना करू। जब भी मै उसे किसी चीज़ के लिए मना करूंगा तो मुझे समझेगी। वो हमेशा अपने पति की मुझ से तुलना करेगी।
यह मायने नही रखता कि वह कितने भी साल की हो पर वो हमेशा चाहेगी की मै उसे अपनी Baby Doll की तरह प्यार करूं। वो मेरे लिए संसार से लडेगी, जब कोई मुझे दुःख देगा वो उसे कभी माफ नहीं करेगी।
पत्नी - कहने का मतलब है कि, आपकी बेटी जो सब करेगी वो आपका बेटा नहीं कर पाएगा।
पति- नहीं, नहीं क्या पता मेरा बेटा भी ऐसा ही करेगा, पर वो सिखेगा। परंतु बेटी, इन गुणों के साथ पैदा होगी। किसी बेटी का पिता होना हर व्यक्ति के लिए गर्व की बात है।"
पत्नी - पर वो हमेशा हमारे साथ नही रहेगी ?
पति - हां, पर हम हमेशा उसके दिल में रहेंगे। इससे कोई फर्क नही पडेगा चाहे वो कही भी जाए, बेटियाँ परी होती हैं। जो सदा बिना शर्त के प्यार और देखभाल के लिए जन्म लेती है।
वैसे भी "बेटीयां" सब के मुकद्दर में, कहाँ होती हैं ! जो घर ईश्वर को पसंद हो, बेटियां तो वहां होती हैं...!!
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